लखनऊ : बच्चों के परख सर्वेक्षण के साथ गुरुजी की भी परीक्षा, परीक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को मापना
लखनऊ। राजधानी में माध्यमिक शिक्षा परिषद, सीबीएसई और सीआईसीएसई बोर्ड से संचालित स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा छह से नौ तक के बच्चों का परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण होना है। तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। चार दिसंबर को परीक्षा का आयोजन होगा। बच्चों की परख परीक्षा के साथ ही गुरुजी की भी परीक्षा होगी। इससे पता चल सकेगा कि आखिर शिक्षकों ने बच्चों को कैसी शिक्षा दी है।
कक्षा 6 और 9 के छात्र-छात्राओं की भाषा, गणित, परिवेश ज्ञान, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान विषय की परख एप से दक्षता परखी जाएगी। इस परीक्षा में राजधानी के माध्यमिक शिक्षा परिषद के 850 स्कूल कॉलेजों के साथ सीबीएसई व सीआईएससीई के 301 विद्यालयों के बच्चे शामिल होंगे। परीक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को मापना है, ताकि उनकी पढ़ाई बेहतर करने के लिए आगे उस पर ध्यान दिया जा सके।
राजकीय और एडेड के सामने चुनौती
शहर में संचालित 55 से अधिक राजकीय व 100 एडेड कॉलेजों में परीक्षा के दौरान सबसे बड़ी चुनौती होगी। कुछ संस्थानों को छोड़ दिया जाए तो दो दर्जन राजकीय कॉलेजों में बच्चों का कोर्स ही नहीं पूरा हो सका है। वहीं एडेड 80 एडेड कॉलेज तो ऐसे हैं जहां पर बच्चों की पढ़ाई अक्सर प्रभावित रहती है। इन कॉलेजों में शिक्षकों की समय से रेग्युलर उपस्थिति भी मुश्किल होती है।
निजी स्कूलों की तर्ज पर करानी होगी तैयारी
सरकारी कॉलेजों की अपेक्षा निजी कॉलेजोंं के बच्चे आगे निकल सकते हैं। ऐसे में सरकारी कॉलेजों में बच्चों की तैयारी भी निजी स्कूलों की तर्ज पर करनी होगी। इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक ने एडेड व राजकीय कॉलेजों को प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर बेहतर तैयारी कराने के लिए कहा है।
प्रधानाचार्यों को दिए निर्देश
निजी स्कूलों की तर्ज पर करानी होगी तैयारी
सरकारी कॉलेजों की अपेक्षा निजी कॉलेजोंं के बच्चे आगे निकल सकते हैं। ऐसे में सरकारी कॉलेजों में बच्चों की तैयारी भी निजी स्कूलों की तर्ज पर करनी होगी। इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक ने एडेड व राजकीय कॉलेजों को प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर बेहतर तैयारी कराने के लिए कहा है।
प्रधानाचार्यों को दिए निर्देश
परीक्षा की तैयारी चल रही है, सभी कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बच्चोें को बेहतर तैयारी कराने के लिए कहा गया है।
- राकेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक
- राकेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक
आभार साभार-अमर उजाला