लखनऊ : लखनऊ में अंग्रेजी व विदेशी भाषा विश्वविद्यालय का परिसर खोलने के लिए दी जाएगी मुफ्त जमीन
• राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र में 2.32 हेक्टेयर भूमि देने का निर्णय
• 45 वर्षों से किराये के भवन में चल रहा केंद्रीय विवि का परिसर
लखनऊ : अग्रेजी व विदेशी भाषा विश्वविद्यालय का क्षेत्रीय परिसर खोलने के लिए राजधानी में मुफ्त जमीन दी जाएगी। राज्य सरकार ने इसके लिए सरोजनीनगर क्षेत्र के चकौली गांव में 2.32 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की है। सोमवार को कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। हैदराबाद स्थित इस केंद्रीय विश्वविद्यालय का परिसर लखनऊ में बनने से हर साल करीब ढाई हजार विद्यार्थी यहां विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर सकेंगे। छात्रों को विदेश में भी नौकरी का अवसर मिल सकेगा। मुफ्त में दी जाने वाली इस जमीन का सर्किल रेट के आधार पर मूल्य 9.29 करोड़ रुपये है।
अग्रेजी व विदेशी भाषा विश्वविद्यालय का क्षेत्रीय परिसर वर्ष 1979 में राजधानी के मोती महल परिसर में किराये के भवन में खोला गया था। डेढ़ वर्ष पूर्व इसे यहां से कानपुर रोड स्थित बीएसएनएल के आरटीटीसी कांप्लेक्स में स्थानांतरित कर दिया गया है। यहां स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नियमों के अनुसार केंद्रीय विश्वविद्यालयों को भवन, पुस्तकालय, सड़क और उपकरण इत्यादि खरीदने के लिए ही धनराशि दी जाती है, लेकिन जमीन खरीदने के लिए धन नहीं दिया जाता। अब राज्य सरकार की ओर से मुफ्त जमीन देने के निर्णय से लखनऊ में 45 वर्षों बाद इस केंद्रीय विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय परिसर के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।