बलरामपुर : 96.54 प्रतिशत बच्चों ने दी निपुण परीक्षा
बलरामपुर। जिले के 1,865 विद्यालयों में शनिवार को निपुण परीक्षा कराई गई। दूसरे दिन कक्षा चार से आठ तक के 1,36,642 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। 4,894 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। कक्षा चार व पांच के बच्चों को ओएमआर शीट भरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं, कुछ बच्चे परीक्षा कोड भरने में असहज दिखे।
शनिवार की सुबह 9.30 बजे 1,164 प्राथमिक, 387 कंपोजिट, 283 उच्च प्राथमिक व 11 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में निपुण असेसमेंट टेस्ट (नैट) शुरू हुआ। इसमें बच्चों की उपस्थिति 96.54 प्रतिशत रही। जिला मुख्यालय पर 11.05 बजे प्राथमिक विद्यालय धुसाह द्वितीय में 49 बच्चे परीक्षा देते मिले। प्रधानाध्यापिका प्रतिज्ञा पांडेय ने बताया कि यहां पर कक्षा चार व पांच के बच्चों ने परीक्षा दी। बच्चों की उपस्थिति 100 प्रतिशत रही।
शिवपुरा शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय हरैया द्वितीय में इंचार्ज प्रधानाध्यापक मनोज कुमार, सहायक अध्यापक पवन कुमार वर्मा, हंसराज गुप्ता व प्रवेश कुमार बच्चों को ओएमआर शीट पर परीक्षा कोड भरवा रहे थे। इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने बताया कि कुछ बच्चे ओएमआर शीट भरना नहीं जानते हैं, उन्हें प्रशिक्षण दिलाया गया था, लेकिन वे गलती कर रहे हैं। उनसे सुधार कराया जा रहा है। यहां पर 132 में से 126 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
उच्च प्राथमिक विद्यालय हरैया के प्रधानाध्यापक अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि यहां 53 के सापेक्ष 46 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। वहीं प्राथमिक विद्यालय हरैया में 71 के सापेक्ष 66 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। शिक्षा क्षेत्र तुलसीपुर के कंपोजिट विद्यालय भंभरी में प्रधानाध्यापक राजेश कुमार सहायक अध्यापक धीरेंद्र कुमार, ममता शुक्ला, पायल व संजय कुमार अवस्थी बच्चों को ओएमआर शीट में गोला करवाते दिखे। यहां पर कक्षा चार में 47, कक्षा पांच में 45, छह में 70, सात में 80 व आठ में 40 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे थे। प्रधानाध्यापक ने बताया कि 16 बच्चे अनुपस्थित हैं।
जायजा लेते रहे अधिकारी
परिषदीय विद्यालयों में नकलविहीन व पारदर्शी तरीके से निपुण परीक्षा संपन्न कराने के लिए जिला तहसील व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी भ्रमणशील रहकर परीक्षा का जायजा लेते रहे। नगर स्थित विद्यालयों में डीआईओएस मृदुला आनंद ने निरीक्षण किया। वहीं बीएसए शुभम शुक्ल ने शिवपुरा शिक्षा क्षेत्र के रतनवा प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण कर परीक्षा का जायजा लिया।