नई दिल्ली : भर्ती परीक्षाओं का आयोजन अगले साल से नहीं करेगी NTA, शिक्षा मंत्री प्रधान ने किया एलान- सिर्फ उच्च शिक्षा में प्रवेश से जुड़ी परीक्षाएं ही कराएगी एजेंसी
एनटीए पर गठित उच्च अधिकार प्राप्त समिति की सिफारिश पर शिक्षा मंत्रालय ने लिया फैसला
नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को एलान किया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) 2025 से भर्ती परीक्षाएं नहीं आयोजित करेगी। वह अब सिर्फ उच्च शिक्षा में प्रवेश से जुड़ी जेईई मेन, नीट, सीयूईटी जैसी परीक्षाएं ही कराएगी। इसके लिए 2025 में एनटीए का पुनर्गठन भी किया जाएगा। इसके कामकाज में बदलाव लाया जाएगा। इसके साथ ही एनटीए में स्थायी रूप से नए पद भीसृजित किए जाएंगे। प्रक्रिया शुरू हो गई है। दस पद शीर्ष स्तर के हैं।
यह पहल नीट परीक्षा में बड़े स्तर पर मिली गड़बड़ी के बाद इसरो के पूर्व अध्यक्ष डा. के राधाकृष्णन की अगुवाई में गठित उच्च अधिकार प्राप्त समिति की सिफारिश के बाद की गई है। समिति ने अपनी यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को अक्टूबर 2024 को सौंपीथी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि समिति की सिफारिश पर काम शुरू कर दिया गया है। जो अहम कदम उठाए गए हैं, उनके तहत परीक्षा केंद्रों के चयन की प्रक्रिया बदली गई है। अब सिर्फ सरकारी संस्थानों, कालेजों व स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इनमें नवोदय व केंद्रीय विद्यालय भी शामिल होंगे।
प्रधान ने बताया कि परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए राज्यों और जिलों को परीक्षा प्रक्रिया में जोड़ा गया है। किसी भी जिले में परीक्षा केंद्र अब बगैर डीएम-एसपी की सहमति के नहीं बनेंगे। परीक्षाओं को साइबर खतरे से बचाने के लिए राज्यों की साइबर एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी। एनटीए अब तक प्रवेश परीक्षाओं के साथ अलग- अलग विभागों की भर्ती परीक्षाएं भी आयोजित करती थीं। इसे पहले प्रवेश परीक्षाओं पर ही फोकस करने को कहा गया है। वैसे भी जेईई मेन, नीट सहित दूसरी प्रवेश परीक्षा में 50 लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं।