गोरखपुर : मुख्यमंत्री से मिलकर उद्यमियों ने की स्कूल ड्रेस को लेकर प्राथमिक विद्यालयों में पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग, पूरी खबर पढ़े
गोरखपुर : चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रत के नेतृत्व में उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी अदित्यराध मुलाकात कर उद्यमियों की समस्याओं पर चर्चा की। उन्नोंने मुख्यमंत्री से स्कूल ड्रेस को लेकर प्राथमिक विद्यालयों की पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग की। उनका कहना था कि अभिभावकों के खाते में ड्रेस की रकम भेजे जाने से गोडा में कपड़े की फैक्ट्रियां बाल हो रही हैं।
पूर्व अध्यक्ष विष्णु अजीत सरिया ने कहा कि बुनकर बाहुल्य पूर्वांचल में कृषि के बाद टेक्सटाइल उद्योग सर्वाधिक रोजगार देने वाला उद्योग है। गौडा में गारमेंट पार्क की स्थापना इसी उद्देश्य से की गई थी। स्कूल ग्रेस के उत्पादन में गोरखपुर पूरे देश में अग्रणी रहा है। लेकिन, पिछले दो वर्षों से सरकारी स्कूलों में स्कूल ड्रेस
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे पैबर आफ इंडस्ट्रीज के पदाधिकारी
की सीधी खरीद नहीं होने से यहां यह उद्योग ठप होने की कगार पर है। चैंबर ने गोडा में टाउन प्लानर की तैनाती की मांग करने के साथ ही यह भी कहा कि गोडा में सिटीजन चार्टर लागू होने के बाद भी उद्यमियों के आवेदनों का समय से निस्तारण नहीं हो पा रहा है। मेमर्स गंगोत्री हैचरीज का उदाहरण देते हुए कहा कि इस
इकाई को मार्च 2023 में गठित कमेटी की ओर से जीरो पीरियड का लाभ देने का निर्णय हुआ था। लेकिन, इसका लाभ अभी तक नहीं मिला। कहा कि गौडा में कार्यों का विकेंद्रीकरण न होने से भी उद्यमियों की समस्याओं का समाधान समय से नहीं हो रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि गोडा सीईओ के पास प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी है। कार्य की अधिकता के चलते गोहा का कार्य प्रभावित हो रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने फूड प्रोसेसिंग एवं गारमेंट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक प्रदर्शनी लगाने की भी मांग की। मुख्यमंत्री ने घरोसा दिलाया कि लंबित मामलों के पीछे वजह क्या है. इसकी जांच कराई जाएगी।