लखनऊ : बेसिक शिक्षकों ने की सामान्य स्थानांतरण करने की मांग, परस्पर तबादले में भी एक जैसा नियम बनाने की मांग
परस्पर तबादले में एक जैसा नियम बनाने की मांग
लखनऊ। बेसिक शिक्षा के विद्यालयों के शिक्षकों के लिए हाल ही में जिले के अंदर व एक से दूसरे जिले में तबादले के लिए शासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन ने इसमें अलग-अलग नियम बनाने पर आपत्ति की है। एसोसिएशन ने दोनों तबादलों के लिए एक जैसे नियम बनाने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि एक जिले से दूसरे जिले में तबादले के लिए प्राथमिक विद्यालय का प्रधानाध्यापक अपने विषय के उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक से परस्पर तबादला ले सकता है। वहीं, जिले के अंदर ऐसा नहीं हो सकता है। यह बड़ी विसंगति है। उन्होंने कहा कि जो नियम एक से दूसरे जिले में तबादले के लिए किया जाए, वही जिले के अंदर भी परस्पर तबादले में भी लागू होना चाहिए। ब्यूरो
बेसिक शिक्षकों ने की सामान्य स्थानांतरण करने की मांग
9 जनवरी 2025
लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों ने सामान्य स्थानांतरण की प्रक्रिया भी शुरू करने की मांग की है। वर्ष 2020 के बाद खाली पदों के सापेक्ष शिक्षकों को स्थानांतरित नहीं किया गया है। सिर्फ पारस्परिक तबादले की प्रक्रिया ही चल रही है जिसमें एक से दूसरे विद्यालय में जाने के लिए शिक्षकों को खुद जोड़े बनाने होते हैं। बीते दिनों जिले के अंदर व बाहर शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण की नीति जारी की गई है। अब शिक्षक सामान्य स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि वर्ष 2020 में जिले के बाहर सामान्य स्थानांतरण हुए थे। उन्होंने पत्र लिखकर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह से सामान्य स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। उस समय जिले के अंदर तबादले की प्रक्रिया नहीं की गई थी। पारस्परिक स्थानांतरण के लिए शिक्षकों को जोड़े बनाने में बड़ी कठिनाई होती है।
बीते वर्ष जिले के अंदर 23,690 शिक्षकों के और जिले के बाहर 2,403 शिक्षकों के पारस्परिक स्थानांतरण हुए थे। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की कुल संख्या 4,59,450 है। वहीं 1.33 लाख स्कूलों में कुल 1.46 करोड़ विद्यार्थी पढ़ते हैं। ज्यादा शिक्षकों वाले विद्यालयों से कम शिक्षकों वाले विद्यालय में अध्यापकों के मनमाने ढंग से समायोजन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसमें अधिक शिक्षक वाले स्कूलों से कम शिक्षक वाले विद्यालय में सबसे कनिष्ठ शिक्षक को समायोजित किया जाना था लेकिन गलत नीति के कारण कोर्ट ने इसे रद कर वरिष्ठ शिक्षक का तबादला करने का आदेश दिया था। अभी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।
बेसिक शिक्षा मंत्री से परिषदीय विद्यालयों में सामान्य तबादला प्रक्रिया शुरू करवाने की मांग
8 जनवरी 2025
लखनऊ। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह से उनके निवास पर मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने साल 2012, 2013, 2016 और 2020 की भांति सामान्य तबादला प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने इसके साथ ही जिले के अंदर भी सामान्य तबादले (विकास खंड स्तर पर) की स्थानांतरण नीति जारी करने की मांग की है। उन्होंने मंत्री को बताया कि परस्पर तबादले में काफी शिक्षक जोड़ा (पेयर) न बना पाने के कारण तबादले से वंचित रह जाते हैं। ऐसे कई शिक्षक तो 10 साल से भी ज्यादा से इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में विभाग को इनके बारे में भी सोचना चाहिए।
उन्होंने बताया कि मंत्री ने इस पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। विनय सिंह ने मंत्री से यह भी कहा कि परिषदीय विद्यालयों में जिले के अंदर व एक से दूसरे जिले में तबादले के लिए जारी शासनादेश के क्रम में प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाए। प्रतिनिधिमंडल में दिनेश सिंह, सौरभ चतुर्वेदी, मनोज यादव, उदय प्रताप सिंह, रूपम सलूजा आदि शामिल थे।